Water Tank Subsidy Yojana: हरियाणा सरकार लगातार किसानों के जीवन स्तर को सुधारने और उनकी खेती को अधिक लाभकारी बनाने के लिए नई-नई योजनाएं लागू कर रही है. इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण योजना है वॉटर टैंक सब्सिडी योजना. जिसे विशेष रूप से उन किसानों के लिए शुरू किया गया है जो सूखा प्रभावित क्षेत्रों या पानी की कमी वाले इलाकों में खेती करते हैं. इस योजना का उद्देश्य किसानों को सिंचाई के लिए जल संरक्षण में मदद देना है ताकि उनकी फसलें समय पर सिंचित हो सकें और उनकी उत्पादकता में इजाफा हो.
क्या है वॉटर टैंक सब्सिडी योजना?
हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की गई वॉटर टैंक सब्सिडी योजना के तहत किसानों को उनके खेत में पानी के टैंक (जल टैंक) बनाने के लिए आर्थिक सहायता दी जाएगी. यह योजना खासतौर पर उन किसानों के लिए है जो पानी की कमी की समस्या से जूझ रहे हैं. सरकार इस योजना के जरिए किसानों को जल संचयन और सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली को अपनाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है ताकि वे कम पानी में भी बेहतर खेती कर सकें.
कितनी मिलेगी सब्सिडी?
इस योजना में किसानों को जल टैंक निर्माण के लिए ₹2.25 लाख से लेकर ₹3.25 लाख तक की सब्सिडी दी जाएगी. यह राशि किसानों के खेत के आकार और जरूरत के अनुसार तय की जाएगी. इसके साथ ही सरकार सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली (Micro Irrigation System) लगाने पर 85% तक की अतिरिक्त सब्सिडी भी देगी. इसका मतलब है कि किसान ड्रिप या स्प्रिंकलर सिस्टम लगाकर भी भारी बचत कर सकते हैं.
कब और कैसे करें आवेदन?
हरियाणा सरकार ने इस योजना में आवेदन करने की तिथि पहले ही घोषित कर दी है. इच्छुक किसान 28 नवंबर 2024 से 12 दिसंबर 2024 तक इस योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं. इसलिए जो किसान इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं. उन्हें अंतिम तिथि से पहले ही आवेदन प्रक्रिया पूरी करनी होगी.
किसानों को पानी की समस्या से मिलेगी राहत
हरियाणा के कई जिलों में आज भी सिंचाई के लिए पानी की भारी किल्लत है. खासकर दक्षिणी और पश्चिमी हरियाणा में जहां भूजल स्तर भी लगातार गिरता जा रहा है. ऐसे में वॉटर टैंक सब्सिडी योजना किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी. जल टैंक बनवाने से किसान सालभर पानी जमा कर रख पाएंगे और समय पर अपनी फसलों की सिंचाई कर सकेंगे. इससे फसल खराब होने का खतरा भी कम हो जाएगा और किसानों की आमदनी बढ़ेगी.
सरकार का उद्देश्य किसानों को आत्मनिर्भर बनाना
हरियाणा सरकार का यह प्रयास किसानों को पानी के संकट से बचाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक अहम कदम है. जल टैंक और सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली से न केवल किसानों को बेहतर फसलें उगाने में मदद मिलेगी. बल्कि यह भूजल संरक्षण में भी मददगार होगा. सरकार का मानना है कि जल संचयन और आधुनिक सिंचाई प्रणाली से प्रदेश के किसानों की उत्पादकता में बड़ा सुधार आएगा.
योजना का लाभ लेने के लिए पात्रता
इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को कुछ शर्तें पूरी करनी होंगी:
- आवेदक किसान हरियाणा राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए.
- किसान के पास खुद की खेती योग्य भूमि होनी चाहिए.
- किसान को अपने खेत में जल टैंक स्थापित करने की योजना होनी चाहिए.
- किसान का नाम हरियाणा सरकार की फैमिली आईडी में पंजीकृत होना चाहिए.
- आवेदन के समय किसान के पास जरूरी दस्तावेज (भूमि रिकॉर्ड, पहचान पत्र आदि) उपलब्ध होने चाहिए.
कैसे करें योजना में आवेदन?
इस योजना में आवेदन करने के लिए किसान को ऑनलाइन माध्यम से आवेदन करना होगा. आवेदन करने की प्रक्रिया निम्नलिखित है:
- सबसे पहले किसान को हरियाणा सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा.
- होम पेज पर जाकर “Apply Now” बटन पर क्लिक करें.
- इसके बाद किसान को अपनी फैमिली आईडी नंबर दर्ज करनी होगी और उसे वेरीफाई करना होगा.
- वेरीफिकेशन के बाद स्क्रीन पर आवेदन फॉर्म खुल जाएगा.
- फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारी जैसे भूमि का विवरण, संपर्क जानकारी आदि भरें.
- इसके बाद सभी जरूरी दस्तावेजों को स्कैन करके अपलोड करें.
- अंत में फॉर्म को अच्छी तरह से चेक करके “Final Submit” पर क्लिक करें.
इस प्रकार किसान का आवेदन सफलतापूर्वक जमा हो जाएगा.
किसानों की राय – योजना से जुड़े फायदे
हरियाणा के किसानों में इस योजना को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. कैथल के किसान सुरेंद्र सिंह का कहना है कि “हमारे इलाके में पानी की कमी रहती है. अगर सरकार टैंक बनाने में मदद देगी तो हम अपनी फसलों की सिंचाई बेहतर तरीके से कर सकेंगे.” वहीं हिसार के किसान बृजेश कुमार का कहना है कि “इस योजना से खेतों में सूक्ष्म सिंचाई सिस्टम भी सस्ती दरों पर लगवाने में मदद मिलेगी. जिससे पानी की बचत होगी और लागत भी कम आएगी.”