Bima Sakhi Yojana: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर हरियाणा के पानीपत में एक ऐतिहासिक योजना का शुभारंभ करने जा रहे हैं. 9 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी पानीपत से भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की महत्वाकांक्षी योजना ‘बीमा सखी’ का उद्घाटन करेंगे. यह योजना खासतौर पर महिलाओं को ध्यान में रखकर तैयार की गई है. जिससे उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाया जा सके. आइए जानते हैं इस योजना से जुड़ी पूरी जानकारी.
क्या है ‘बीमा सखी योजना’?
बीमा सखी योजना महिलाओं के लिए तैयार की गई एक विशेष बीमा एजेंसी योजना है. इसके तहत केवल महिलाएं ही एलआईसी की एजेंट बन सकेंगी. इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को स्वरोजगार देना और उन्हें वित्तीय रूप से मजबूत बनाना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस योजना का शुभारंभ करेंगे, जो देशभर की महिलाओं के लिए एक नई शुरुआत मानी जा रही है.
दसवीं पास महिलाएं बन सकेंगी एजेंट
इस योजना में एजेंट बनने के लिए किसी ऊंची शैक्षणिक योग्यता की जरूरत नहीं है. योजना के तहत महिलाओं के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 10वीं पास रखी गई है. यानी अगर कोई महिला सिर्फ दसवीं कक्षा तक पढ़ी है. तब भी वह एलआईसी की बीमा सखी बन सकती है. इससे देश के ग्रामीण इलाकों और छोटे शहरों की महिलाओं को भी इस योजना का फायदा मिलेगा.
तीन साल तक मिलेगा मासिक वेतन और कमीशन
बीमा सखी योजना के तहत चुनी गई महिलाओं को पहले तीन साल तक मासिक वेतन भी दिया जाएगा. यह वेतन इस प्रकार होगा:
- पहले साल में ₹7000 प्रति महीना
- दूसरे साल में ₹6000 प्रति महीना
- तीसरे साल में ₹5000 प्रति महीना
इसके अलावा महिलाओं को बीमा पॉलिसी बेचने पर पहले की तरह ही कमीशन भी मिलेगा. यानी वेतन और कमीशन दोनों से महिलाओं की आमदनी होगी. इस योजना से महिलाओं के आर्थिक जीवन में बड़ा बदलाव आने की उम्मीद है.
आत्मनिर्भर और सशक्त बनेंगी महिलाएं
सरकार का मकसद है कि इस योजना के जरिए महिलाएं सिर्फ नौकरी ही नहीं, बल्कि स्वरोजगार की ओर भी बढ़ें. एलआईसी के करनाल मंडल के वरिष्ठ प्रबंधक अशोक ठाकुर ने बताया कि महिलाओं को हर पॉलिसी पर तय कमीशन दिया जाएगा. जिससे उनकी आमदनी में इजाफा होगा. इस योजना से महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत बनेंगी और समाज में उनका सम्मान और आत्मविश्वास भी बढ़ेगा.
योजना से जुड़ी अहम जानकारी जल्द होगी सार्वजनिक
बीमा सखी योजना से जुड़ी सभी शर्तें और नियम अभी पूरी तरह से सामने नहीं आए हैं. यह मामला प्रधानमंत्री कार्यालय से जुड़ा होने के कारण पूरी जानकारी योजना की आधिकारिक घोषणा के बाद ही मिलेगी. एलआईसी और सरकार मिलकर योजना के स्वरूप को अंतिम रूप दे रही हैं. अनुमान है कि यह योजना आने वाले समय में देशभर की महिलाओं के लिए एक बड़ा अवसर बनेगी.
35 हजार से ज्यादा महिलाएं होंगी कार्यक्रम में शामिल
पानीपत में इस बड़े कार्यक्रम को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. मुख्य सचिव विवेक जोशी ने जिला प्रशासन और अधिकारियों के साथ बैठक कर योजना को सफल बनाने के निर्देश दिए हैं. इस कार्यक्रम में 35 हजार से ज्यादा महिलाओं के शामिल होने की योजना है. बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद मंच से कुछ महिलाओं को बीमा सखी बनने के लिए सर्टिफिकेट भी प्रदान करेंगे.
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के बाद महिलाओं के लिए एक और पहल
यह योजना महिला सशक्तिकरण की दिशा में केंद्र सरकार की एक और अहम पहल मानी जा रही है. इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को पानीपत से ही लॉन्च किया था. अब एक बार फिर पानीपत से महिलाओं के लिए यह योजना शुरू की जा रही है. सरकार का लक्ष्य है कि महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनें और उनकी भागीदारी हर क्षेत्र में बढ़े.
योजना के लिए जरूरी दस्तावेज
अगर आप इस योजना का हिस्सा बनना चाहती हैं, तो इसके लिए आपको कुछ जरूरी दस्तावेज जमा करने होंगे:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- बैंक खाता (Bank Account)
- मोबाइल नंबर
- ईमेल आईडी
- 10वीं पास का सर्टिफिकेट
इन दस्तावेजों के साथ महिलाएं एलआईसी की बीमा सखी योजना में आवेदन कर सकेंगी.
हरियाणा में महिला सशक्तिकरण को मिलेगा बढ़ावा
हरियाणा में महिलाओं को लेकर सरकार पहले से ही कई योजनाएं चला रही है. विधानसभा चुनाव में भाजपा ने महिलाओं को प्रति महीना ₹2100 देने का भी वादा किया था. ऐसे में बीमा सखी योजना हरियाणा समेत पूरे देश में महिलाओं के लिए एक वरदान साबित हो सकती है. यह योजना न केवल रोजगार देगी. बल्कि महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर भी बनाएगी.